परीक्षित के श्राप की कथा ।।
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
धर्म कथाएं
विषय सूची [श्रीमद भागवद पुराण]
श्रीमद भागवद पुराण [introduction]
• श्रीमद भागवद पुराण [मंगला चरण]
श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध १]
• श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध २]
• श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ३]
श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ४]
श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ५]
श्रीमद्भागवद पुराण महात्मय का अठारहवां आध्यय [स्कंध १]
(परीक्षित का आखेट में तृषित होकर शमीक ऋषि के आश्रम में जाना, मरा सर्प ऋषि के गले में डालना, श्रंगी ऋषि का शाप देना)भागवत (सुखसागर) की कथाएँ -- कलियुग का आगमन
दो० दिये परीक्षित शाप जिमि मुनि सुत क्रोध बड़ाय ।
सो अठारहवं अध्याय में कथा भाषत प्रेम बढ़ाय।।
सूतजी बोले यद्यपि कलियुग का प्रवेश होगया था परन्तु जब तक राजा परीक्षित का एक छत्र राज्य रहा तब कलि अपना किसी पर प्रभाव न कर सका।
जिस दिन श्री कृष्ण इस पृथ्वी को त्याग गये उसी दिन से कलियुग ने पृथ्वी पर अपना डेरा जमा दिया।
हे ऋषियों! राजा भूख प्यास से ऐसा पीड़ित था कि उस को ब्राह्मण पर अत्यंत ही मत्सर और क्रोध आ गया। आश्रम से निकल कर राजा ने एक मरा हुआ सर्प देखा और अपने धनुष की कोटि से उठा कर उस ऋषि के कंध पर रखकर अपने नगर की राह ली।
नरसिंह भगवान का अंतर्ध्यान होना।। मय दानव की कहानी।।
सनातन धर्म तथा सभी वर्ण आश्रमों का नारद मुनि द्वारा सम्पूर्ण वखान।।
इन शमीक ऋषि का अति तेजस्वी श्रृंगी नामक पुत्र बालकों साथ खेल रहा था सो खेलने वाले बालक से किसी ने जाकर कर कह दिया कि तेरे बाप के गले में कोई राजा मरा हुआ सर्प डाल गया है। यह सुन वह बालक कहने लगा-कि हाय! हाय ! आश्चर्य हैं। ये राजा कैसे अधर्मी हो गए है, इन नीच दुर्बुध्दि उन्मार्गगामी राजाओं को दण्ड देने वाले श्री कृष्ण भगवान परमधाम को चले गये अब इनको डर किसका है, इसी से ये धर्म के सेतू को तोड़कर चलने लगे हैं, सो आज मेरा बल देखो में इन नीच राजाओं को कैसी शिक्षा देता हूँ।
इस तरह कहकर क्रोध से लाल आँखें करके कौशिकी नदी का जल हाथ में ले ये शाप दिया कि जिसने धर्म की मर्यादा तोड़कर मेरे पिता के गले में मरा हुआ सर्प डाला है उस मेरे पिता के बैरी कुलंगार को मेरा भेजा हुआ तक्षक आज के सातवें दिन काट खायेगा।
एक महत्वपूर्ण उपकरण थी नारायणी सेना।
हिन्दु एकता में सोशल नेटवर्क भी सहायक।
गर्भ से पिता को टोकने वाले अष्टावक्र ।।अष्टावक्र, महान विद्वान।।
महाकाल के नाम पर कई होटल, उनके संचालक मुस्लिम
क्या थे श्री कृष्ण के उत्तर! जब भीष्मपितामह ने राम और कृष्ण के अवतारों की तुलना की?A must read phrase from MAHABHARATA.
Most of the hindus are confused about which God to be worshipped. Find answer to your doubts.
हम किसी भी व्यक्ति का नाम विभीषण क्यों नहीं रखते ?
How do I balance between life and bhakti?
मंदिर सरकारी चंगुल से मुक्त कराने हैं?
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