श्रीमद भागवद पुराण * प्रथम अध्याय* [स्कंध५] (प्रियव्रत चरित्र वर्णन)
Listen to podcasts https://anchor.fm/shrimad-bhagwad-mahapuran धर्म कथाएं विषय सूची [श्रीमद भागवद पुराण] श्रीमद भागवद पुराण [introduction] • श्रीमद भागवद पुराण [मंगला चरण] श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध १] • श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध २] • श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ३] श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ४] श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ५] श्री गणेशाय नमः ** नवीन सुख सागर -पाँचवाँ स्कन्ध प्रारम्भ -*- ॐ मंगला चरण दोहा-जगनायक, हे जग पिता, जग पालक जग ईश। चरण कमल में आपके, नाऊँ भगवन शीश ॥ कृपा दृष्टि मो पर रखो, दीनबंधु सुख धाम। निशि दिन मेरे हृदय में, रहै आपका नाम ।। जग तारण भव भय हरण, भक्तों के आधार। समय समय अवतार ले, हरयौ भूमि की भार ।। हैं छब्बीस अध्याय यह या पंचम स्कन्ध। पढ़े भक्त जन चित्त दे, मिटें पाप के फन्द ॥ श्रीमद भागवद पुराण * प्रथम अध्याय* [स्कंध५] (प्रियव्रत चरित्र वर्णन) दो ०- नूपति भये प्रियवृत जिमि, ज्ञान लियी जिमि पाय। सो वृतांत वर्णन कियौ, या पहिले अध्याय ।। हस्तिनापुर नरेश अर्जुन पौत्र परिक्षत ने कहा-हे मुनि ! आपने परम आनन्द देने वाले मैत्रैय विदुर संवाद को कहा, तथा नारदजी