परीक्षित राजा के जन्म कर्म और मुक्ति की कथा।।
धर्म कथाएं
विषय सूची [श्रीमद भागवद पुराण]
श्रीमद भागवद पुराण [introduction]
• श्रीमद भागवद पुराण [मंगला चरण]
श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध १]
• श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध २]
• श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ३]
श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ४]
श्रीमद भागवद पुराण [स्कंध ५]
श्रीमद भागवद पुराण स्कंध ६
श्रीमद भागवद पुराण स्कंध ७
श्रीमद भागवद पुराण स्कंध ८
श्रीमद्भागवद पुराण महात्मय का सप्तम आध्यय [स्कंध १]
(परीक्षित जन्म कथा)
दो:अवस्थामा जिमि हने सोवत द्रोपदी लाल। सो सप्तम अध्याय में वर्णों चरित्र रसाल ।७।
नरसिंह भगवान का अंतर्ध्यान होना।। मय दानव की कहानी।।
शौनक जी पूछने लगे कि हे सूतजी! इस प्रकार नारद मुनि के अभिप्राय को सुनने वाले वेदव्यास ने नारद मुनि के गये पीछे क्या किया?
हे ऋषीश्वरो ! अब मैं परीक्षित राजा के जन्म कर्म और मुक्ति को और जिससे श्रीकृष्ण महाराज की कथा का प्रसङ्ग चलेगा ऐसी पांडवों को हिमालय में जाने की यात्रा कहूँगा।
उसे देख अपने प्राणों की विपत्ति आई जानकर अर्जुन श्रीकृष्ण से बोला-हे कृष्ण ! हे महाभाग! हे भक्तों के रक्षक, हे आदि पुरुष, हे देवों के देव ! जो परम दारुण तेज सब दिशाओ में फैला हुआ आता है सो क्या है ? और कहाँ से आया है?
श्रीकृष्ण भगवान कहने लगे-हे अजुन! इसको द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा का ब्रह्मास्त्र जानो। इस दारुण तेज को तुम अपने ब्रह्मास्त्र के तेज करके नष्ट कर।
सनातन धर्म के आदर्श पर चल कर बच्चों को हृदयवान मनुष्य बनाओ।
Why idol worship is criticized? Need to know idol worshipping.
तंत्र--एक कदम और आगे। नाभि से जुड़ा हुआ एक आत्ममुग्ध तांत्रिक।
श्रीकृष्ण भगवान परीक्षा लेने के वास्ते बोले---
---हे अर्जुन ! शस्त्रधारी इस अधम ब्राह्मण को तुम मार दो, क्योंकि इस दुष्ट ने रात्रि समय सोते हुए निरापराधी बालकों को मारा। इस अत्यायी के मारने में दोष नहीं हैं। और तुमने मेरे सुनते हुए द्रोपदी के आगे प्रतिज्ञा की है, कि हे प्रिय ! तेरे पुत्रों को मारने वाले के शिर को उतार लाऊगा। इसलिये अपने बन्धुओं को मारने वाला यह पापी अपराधी दुष्ट मरना ही चाहिये । हे वीर ! अपने कुल को दाग लगाने वाला यह दुष्ठ अपने मालिक दुर्योधन को भी सुखी नहीं कर सका ।
इस प्रकार श्री कृष्ण भगवान के प्रमाण करने पर भी भगवान के मन की बात को समझने वाले अर्जुन ने गुरु के पुत्र को नहीं मारा।
फिर वहां भीष्म सेन क्रोध करके बोला कि इस अन्याई ने न तो स्वामी के अर्थ और ने अपने ही अर्थ कुछ भला चाहा किन्तु इसने सोते हुए बालको को वृथा ही मार डाला है इसलिये इसका मारना ही अच्छा है, नहीं ये नरकादिकों के दुःख को भोगेगा ।
श्री कृष्ण के वस्त्रावतार का रहस्य।।
Most of the hindus are confused about which God to be worshipped. Find answer to your doubts.
हम किसी भी व्यक्ति का नाम विभीषण क्यों नहीं रखते ?
How do I balance between life and bhakti?
मंदिर सरकारी चंगुल से मुक्त कराने हैं?
यज्ञशाला में जाने के सात वैज्ञानिक लाभ।।
सनातन व सिखी में कोई भेद नहीं।
सनातन-संस्कृति में अन्न और दूध की महत्ता पर बहुत बल दिया गया है !
Astonishing and unimaginable facts about Sanatana Dharma (HINDUISM)
चतुर्भुज भगवान ऐसे भीमसेन के वचन सुन, अर्जुन का दुख देखकर बोले---
सूतजी कहते हैं, कि अर्जुन ने तुरन्त ही भगवान के अभिप्राय को जानकर अश्वत्थामा के मस्तक में जो मणि थी उसको बालों के समेत तलवार से काट लिया। फिर बाल हत्या से हीन कान्ति वाले मणीहीन, अश्वत्थामा को रस्सी से बंधे हुए को छोड़कर अपने डेरे से बाहर निकाला। शिर मूड़ देना व मूछदाढ़ी मूढ़ लेना, सब धन छीन लेना, स्थान से निकाल देना इतना ही दुष्ट ब्राह्मण के शरीर का बध करना योग्य नहीं है ! इसके अनन्तर पुत्र के शोक से दुखित हुए सम्पूर्ण पाण्डव तथा द्रोपदी सब ही ने उन मरे हुओं का दाह आदि कर्म किया ।
तंत्र--एक कदम और आगे। नाभि से जुड़ा हुआ एक आत्ममुग्ध तांत्रिक।
क्या था रावण की नाभि में अमृत का रहस्य? तंत्र- एक विज्ञान।।
आचार्य वात्स्यायन और शरीर विज्ञान।
तांत्रिक यानी शरीर वैज्ञानिक।।
मनुष्य के वर्तमान जन्म के ऊपर पिछले जन्म अथवा जन्मों के प्रभाव का दस्तावेज है।
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